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________________ पत्यागलिकहास्यभूजेनवस्ममपविगदेहा नेकदव 54 दहा मावण तिल गुल मक मद्यश्वास मंसविविधा नवा मादिविकारकशतविकृतिमहापावा मानवमविगाई आहारिनाय असा सवारंवnिamefulnaamमममस DEAD, जनकी निदाएकमरमवना एनवातेमनुष्य घोमालियान बीनतिमइज एलविशेषचव रामामारवरसमामविनियामधवक यवनगात- तय विगश्ससवनवतेनलेस कमरसबविगए मिश्रा या तंवेवसबहावरेवसमातिवाससहरमाविताना से संसाशकजादगंगानसमा वनमादेवकाधानककरीनश्वलाई कारबशवविध वनाधरण धानविय यानाकर या साजन सनिनावामानविषा पदबानायसपनाकरणसा नाकरणसरा सा मतिनाकरण हा गावात गरणका Mणय उमगंगाकुलगा वाणपबातावमासवान डहा दोनिकायोतिया कात्रिआ ऊपर सघाला प पकमल कोनानपणहारास्पिासा ERMASTERN एकवारपारणामा बारपाणामाहि स्वानन माटासंघसाईजेगंगानश्दशिणना गंगानश्ववदिर शंख राक्ष परमामानकर यामाहे मानकरी स रबश्सस रानधनी कुंपना कलियात धमका रुमका तिमीका संपरकाला दरिकापालका तरकलका संख जनकरश ने सलेकसारहीराम सुगमर्मामनवमोहन पहावामानई ऊंचजदांचकरा दिमकास्पबांटा बलकलनावपदिरे पाणाहजनासधान वि here शायकहानिमय करशीनतिमा होडशफलफनादिकम्प क वऽजियोनकाब धमका कलधामका मिगलुदकाहासावसानदंडका दिसायोरिको वाकवामिण अंबुवातिणवि.30
SR No.650017
Book TitleUvavai Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorKesharvijay
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages211
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_aupapatik
File Size100 MB
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