________________
[मिका|२||
दीपदायक व प्रत्ययिक एक क्षय पत्रामिकादव नार को नश्लव प्रतियिक मनुष्पतियेचनश्च यपश ★ गोपुवि हाउदीxx
समजावलीवरायला जावविंदरति ॥ १६ कतिदिन पगा) ही पदे निरवासना लियो। सवंशात जाव विदर |१६|१०|दीवकुमाराणं सात माइस माहारा । साहस मुम्सा स निस्सा सातिएाइस माह एवं दापदम सपरितियाहमए दीवकुमारा वयात दवंजा व समाज या समस्ता मनि म्सामा एवं नागा विदावकमा पातक। तिलिस्म |[गा। चत्रारि लेस्मा पंननाथ ial कलेसा | जातलस्मास नातंदीवकुमाराकमाल स्प्राण mardarस्मापयंकयार करता a सिसा दियावा | गामबाबा वादीक मागतलस्म का अलस्तखगुण नीलाल स्पाशिम सादिया । कष्टालसा सिसा दिया।एसियांना दीवक्रमारा एकसालमा सोडावात अलस्मापयं कतार दिक्षताश्रणिहियावा महिहिया वा।गा। कष्ट लिस्ना हितांनी लाली लस्साम दिद्याया जावस बम दिघी यात अलस्मामवंनात जाव विहरतिर उदधिक मागणं सात साद समाह 2005
गधी नवरंातिएगं मागारामंडित