SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 864
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ तीस रतिया वा याजहारण लाए समंताचामि नातशे दात वाली कुंमकडजंभत्र खरकुमाराणां ववतिपदेवतास्ता श्रतिसुनापिविकाल स्मस रिसावता शिशुहरुगा कायद्यालात २/४०००/ पञ्चास्मा पवित्रा रास गा कायद्या पंविदियतिरिकाका या भस्माविमाणि यापात सिंपल स्मासिसागौन शिसवं सात २४ जदा पञ्चालम्मा एवं कलेस्साए वित परिहसा कायद्या नवरं सागमा दाउ दिवाससमंताच लिस्ता खलिमाची संशद्द सगा दिय Taaारभा सर्वज्ञात बसिडियरासी कुंमकड जमान शक्तिया सातवा दिया पर मगाचतारिख हसतादव निश्वास संपवत्रा रिंग भगासवली कपालस्म तव सिद्धियगसी ऊंम क ड जमने रतिया लातक अथवा जहाकछ लिम्सा एवता शिवासात तहाशम विनय सिद्धियकालोस्सा दिवता शिवाह भगा काय वाध एवं नीललेम्म सव सिद्दिए दिविचता शाहस का अलास्म दिविधता विशाद्द समाधत हावा संग्राहसगालवंती ६१०
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy