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यमधिज. ११२
anaa दागिणा यस्त्रसामा तिथ मंगलाताला गस्त किंसारखऊ भिसा गोहा या । अमाख छ। | गाना में खजतिन दाखला/पवेनावसुम संपरकायसं जप ऊदा सिणा | सामातिय संजयां लाती लागत किमाख तिला गं कसत जादवादा जा। तादवप्रमति | सामातिय संऊणांनात कयरे म नावांदाका | (गा |वश्वसमितावादाका एवंजावसुम संपरा अक्षरका यमंड द्यागा पडिवज माम शिवसभितथा । खतिएवासा वाहाको सा मातिय सुप्रथाएं संत समए (कवतिया सिघिमि दाना गाडिवऊमा पहुच जद कसायकसालातादव निश्वास सोबगदा वद्वावणिया डा। गा| पडिवक्रमापा ||सिय चिसियन विजितादि॥ anal | maaila का सामह। प्रोपनिर्विवा निदाए का डिस्य ते अक्कासि शिंका डिसयद परिदार विकुहिया जादा) सहिश्र को डि दि लागा | खमसंग गाऊदा नियेगा | अदरकायसंग पविक्रमाि का वादा वा तनिवास बाहमय रस। होनियमः पडिवनमा लामचा मित्र निजि दि. १२.६२ मध्ये १०८ व पडिलए। जावज विद्या- १२३ • 988 से 2011
पदेव जमालाप
1703
11212130987
अदिति
५६३
स्वासियम सहश्र जिन विजदिन उपेसमा ४ 19-9121313
३1३. प्रधगसह
तदेव