SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 759
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ श्री कर्म हमलामा साप्पी एबवर का लाजरत जाणिवा जीवस पिलान उसी काला जन्मता ३४ मलकाले विना ॥ जन्म• उपविच ॥ संति० ॥ क मन्त्र मिज | कर्मभूमि) सादर उनी उस सचिन ३॥ सर्पिणी कागत महाविदाचत्रबाश जहब उसे केन्द्रमा शदाकामसंतिला समसमासरी शाउला आणालया जहानुला० परि पनाक-या रिपलि गतिया कि कम समयादा का काले मावोबादादा तु पि विपरिहार विखी ॥ यदा पुला/समाजदा मामातिय संसामात दिखे देहात्रे वयमंलात किंवसपिणिका [लादा का स्तमणि का लादा काकानो चपालजागे समितिउस्मणिणि का | गाउम पिलिका | जहास पवबादादागिनि नाई लेदोपस्स सुमतिसादारणपछ| अन्नधारप लिलागदो ना पिकाले दाद्या | भस्म फिणिक स्मासूर समा पिका लिहाज जतिन समिणिकलादा मस्तसमा मराठ सुमसे परा नियोग दापयंत्र दरका अशिसा कालात दिवस गासिंग तिदिवगतमा नि तसिप भावमा पिउवाका समासरी का असावा व णिए परिहारविख परिव तो जन्माश्री पलि जागे०स्त्रम हा रवि सुधारित्र वरंभाग मंतिनापलिना ग नोली का होमका सरदारविसुद्दीन || सूर्यकाल 1 लेवा दाना नोनस पिकाला उस्मापि रोशा दाखला (उस्ता बाल विज्ञदाइलाई श्रारे अशवम मातियमंडपणे लोत का लगात समाए (किंग सिंग जन्मदवासी samaajaa मारे या श्री शहाण उत्तरऊरु निर्वि मापलितागेस ताम्रा गातमा लगवासी संज्ञा (जदा कसा नियतेज हा०स्त्र व 1 नाकमा साहरा • सोधतर विमान के साथ साला याना परि । सामाइक। जाणिव गर म संप राय निनी बेदोवगवाणिचारित्रनशा 2701 रम नापरिजा समसमा काल म २३४ उताचा श्री चारा हा महा 1. समा
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy