SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 727
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जावधी• करजीवनामध्य श्रष्टप्रदेश वादनामध्य जाएगा ॥ ३१८९ के मि०जा बना मध्यप्रदेश कोच । विकाश घो जघन्या का का प्रदेश परिसा परिरहन वस्तु सु नाव घा समासा सिकाया कि होते न प्रत्ये जब इमाम प्रजवक देश ॥ निविदा विदापवपिनना तो जीव परायाजी पवाय usa, दनिश्व से संना गिय है। जदा पन्ना श्रवलियालात किंसांखड़ा समया। श्रसंखड़ा समया यता समय सखा । श्रसाख का समय। नोगांता समयाच्या पापणं ज्ञात किस खड्का दे देव। (घावलीत किंवा वेलवे विसायादारात परंप स संघद्वार जागवा समाय वासस । दास्ता वासरामदास उद्योग डाव उडिय गज डिपो अडडागडा | वांगावा वाई उलगडणापत्र मांगपत्रा मनिलियोनगिि शरयोग। योग/नप/पयोग' पलियांग लिया। मीमपाद लियांग सीमय हिलिया पलिशाम | सागारा वामसपिलाएa' उस्सप्पिणी पायल परियाद्वांनांत किसाख का समया । श्रमाख का समय छच्द्या (गा [नासाखा समया नोटासारखा समय समय पर्वतीयागयहं सदा । श्रावलियाल तिकि। सखिका समय अच्छा ॥ साख का समय सिया संखिका समय सिता समय। आणाया
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy