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पाद सियाखं धा
पंजात योग्गल
•लगाया | साया [गा। दामया शिमाच्या शाम कहां जाय माझ्या भागा। नेरनिया विद्याpiala पुगपद्सोगटा अदगतिसमावन गाथा अभिमदगतिसमावन्त्रगायत जात वियदमतिसमा दनगा । [तांसादथा कि संवेद्याच aajindश्रविग्रद्गतिर विगत गोदामया। साता जाव सावया गिपवेजावादमा णिद्यायं संखे या अन रमाणु पायला मला किमाखद्या । सखा तागा। नो सांखद्या।। [नाथ सांरखा। अत एवाचव ४ वेजाव सखद्यपादासा गाढा । एग समय द्विती। याला यायला कसं विद्या।। एवं चेव । जावा सेवा समय द्विताथा। एग का लगाएं) सीतायला किमाखद्या । पदंचेच पजा शुका लगा। एवं वालसावगंधर फासा तथा । ज्ञातगुण खुरकताए सिलात परमाणु पागल एडपाद मिया धाय दद्दद्वया एकथरि कयार दिता । बऊ गाडपाद सिपदिता खाध दिता परमाणु या लाद३४ या बऊया। एए सिलोत उपाद सिया ऐति पादसिया पायांदवहयाएं कयार कर दितादङ्गागातियात सिए दिता खाध दिता। घ्पाद सिया या एगा। एवंम मांडावदसादसिपदिता खादितानपादसिया संधादव
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