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________________ बाघराय वायां घटी वाजासा• जाताना स्वरुपान रुपवान व्यकिना स्वादादिना जीवानांसा राजायादि श्रयं जीवनजननो नाव मंत्रनाकः घटम यात्रियात्मक वातू तू वस्ट निसर्गसमान जावा व्यानदिन जावा दिया चित्रा। व्यणि तिस्सृजनितानि निस्पृष्टा विस्पृतितानिव मत्यागे एक क्रांतिक महोत्रा न जावाताक हवा जेना जाति नेद पामरवानामानाजीवाला सालातला साना सिहभागी ना मालामा समयवातिकंताला मागा ध्यायमानानिधनूदि वरना विद्यामानासिकामाणी नासा लामा ममयवातिकेताना माउ बिलात ना मालिक तिला सिद्धीवर मानवा यात्रा यात्रा व घामाणीला मासिक तिला सा समय वातिकंताना सालिगति॥गाना हिंलामालिक तिला मिऊमा । मामाना वने तीन विनानामान कलासानिशातला सा समयवातिद्वंताला मांतिकतिकतिविदा गोलातला माणगाचः बाइक परिणामात्स्याना 1) गायमात्रामा समान काया परस्परं का यानकि म त्रिणिका दानामा तमासा मामासांस चारनारन इन्या आयामा (अन्नेमा दाना सातामा पिलमणि क्रममा तावप्रसग इत्यतः । क तापेका मणका जादवलामा विसं को कानवी तिकांत मागण सिद्धा । एवंद्रदेव नामाकति। की जासधामा सायनोतका अनेक योगा नवीकाएछ गारुविंधिकायाः जीवनदानही राजीवविका गंजी (वधिका । वामामा आता सातमायान्नभारा। गाना गिजावनो अजीवाणमार्ग' विज्ञातमणे ॥माण निऊतिमा एमए निजति महासमर्थ विदा मनोम्पा पिकाय शाम ते सधे मन्या जन्मक यथाविकार्यनिधिका या रुविनोतका य। श्रारू। कार्यालयमा का प्रकापाकाप्र॥[गा। सहिति धिका या अधिर्तिनिका कुस्वरुपाचान् मदाशिव विकापडी वा राधिकाया बिलांतकीयगा। विपि। कायास्त्र शिसावान परस्पराव्यानिव निवा दिका या पक्षाजीरा इमइन् रुवाका सूक्ष्मातू सत्र का ए. जीव दवस तिन्यसमचितू चालू वित्रका • मृत्यू व स्टान्वितपस्या नावानू जी विविका ए० वि वदसिह रिति ॥ नो त दारिकशक्षा वृक्षिता सामादियुक्त उदा विविको मासा दिराहतंत्रदिन का काम शेरारापचा जीवाणा स्कूल चालू अरुवा का विकाय जीवसं बायकाय विकाए घानारूप का यात हन आकारात काय भाग पूर्हिषिका घट करमण्डारीका वध की पहिली का यह माहिती/निमटेडका नारी२/११ का वा दिस
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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