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________________ परालय दिवाण्गय परमाणुयादयदा तिपाद सिण्याखेासवं ति श्रपयति मिपादसिया खंभा पतिपाद सिया पंचदा कमाएगा यचारि परमाणु। एगय उपवपाद सिपबाधनयति। अदवाएग यति निपरमाणुपपद सिप एगयअनुपाद सिपखालवति एयति निपरमाण गयादा विवाद सिया रानवे दिवाएग यादा पर माए (पासला गयादा डपाद सियाखेागग यत्र तिष्ण। दसिपखाधायवा उपरमाणुप गयJवत्रा रियादसिया खानवेति। बदाकऊमाग पंच परमा प्राप॥॥ अलापवणादसि पखाधतवति ।। दवा पूयवचत्रा रिपरमाणु गयपदे सिग यतिपाद सिए खाधन वति । हवा एगयतित्रिपरमाणुण्यतिनिइमाद सिया धातवेति। सत्रदा कमाणा गनु परमा, पग यतिपाद सिखावतयति । श्रवयवमागमादायाद सियाग्नयति || अहदाककमा एवं सत्र परमाणु यवपाद सिपवेति नवदा कऊमा एनवा
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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