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________________ विसंगता समान पास तास्मिोल एसी [मत्र होता परंना निपास sanaम्म मिवम्पराय रिसिम्स प्रथामयासावाभिपाव समुपि प्रविणंम मं शिमामनाएं देना समुपपन्ने एवं खलु मिलाएंसत्र दावा सत विमादा वायसमद्दार्थ एवं सापादप वेश्यावमा पावारुद तियाश्या गलवञ्च नियाण मण्डुवा गतिर सबजौला दी। लाकडा कडबुडावले डगं कि टिए सेकाइयागश गिशजाण बंदचिणा खरे नगाए जाए। थता वसा वसा होतa' अवागत विश्लंड भिरकवकार लंड ि अनगार सिंघाडगतिगंजावपादन। अजणम्मपदमा तिरक विज्ञापाव दिवाएं पियाममंत्रा [तिसासना दंस। समुप्पानपदेखला (सिग्ला जावदी वायसमुदायत ततस्तं शिवम राय र सिस्त अंति येण्यमद्वासाचा निम्मादचिणा शानगार सिंघाडग तिगावपादब अन्नमन्नस्तप ● वमातिरकति। जावपाव एवंखलादवाए पिया सावराय रिसाए वंशी तिरकति जाauरु
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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