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वासु
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श्रममा गया। एा दिला शेवसंता इंसवंशमणंपरा थिए। राजस्व स्थिव शाई कमाई वाजाव] दिपाशंना संताल सिशिप क्रिश सातारणगाथमा एवं इसवी शिपपरा थिई। वीरिएपरा थिक । जीवा एंगलात किंसवा दिया। चैथी रिथा।।।गा।सवी शि या विश्रवारिया शिसाकाहां।।गा। जीवा विदापंत्रता । तं संसार समाव पगाथा संसार समावन्न गायतां जातसंसारसमाव गात सिद्धा सिद्धावरियात तसंसारसमा गात विदापन्नता डिवापगाथ। तत्र ज्ञात साल सिपडियामा
तसाल सिप डिवापगाथाचसाल सिव गातिलदीची शिसवी रियाकरणवीरि श्री रियाजात आसाल सिएडिवस गातोल दिवा शिप सभी रिया करावी रिए सवारिया विश्रवारिया शिसात्। गाथमा । एवं जीवाऽविदापंत्रता। तो सवारिया विश्रविरा या वितेरथाएं तात किंवा रिया। अभी रियथा। [गा। तेश्श्याल द्विवीरिपांस वी रिया करावी रिए सवा रियायती रियाया साकरण गाऊ सिनेमा अश्विना काम बालवी शिपरि
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