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________________ सूत्र तनिकोर शिंज निकरेति तावादे शिष्णातिए हम माहामाकरण हिपणं नातथं । जावाना तावदिति "गा। केमावादतिना कम निजारत सातलाइयां। गाजाशना तावदिति एवानरश्या विज्ञावाचा माणिया सणांनात जाव दियां ति । तं निज रिस्म ति जंतिकारियांतितांव दिम्योतिति (हस मामाकरण (हावातावदितिभागा। कंमाव दिस्ांति॥ना के मं निरस्त तासात काशनातं निजारांत पवानश्श्यादि जाशवमा गिया। सांलांत अवेदणासम पाम निकरा समाज निकराममपास विदणासमाना तिपादसमाह। साकारण सात छ। जव दाणा समतामति जराममपाजनिऊरा समय (नासावदणा सम पगा समयशवाद शिना तंसम्येतिकारेति समर्थनिहारत ॥ [ नातं समयावदिति श्रमम समावादेति श्रन्नं मिसमा निज्ञाति अन्नासावदण समर्पयाम निरा समय। सात द्व जावनामावासमा नरतियानात जावदणा समय। [सनिक समाज निरासमणामाव दरणा समयगा। ताहस मोडमा कणा होलातपदेवञ्च इनेिर तियाएं | जावदरणा समायनाम १४६
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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