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________________ पंचसमुद्यघाता लापक्षयास नगवतीकणातीयाजा रिमरिमगावगादिद्दिमाद हिमागाबका । जाधव रिम विभाग पंचसमुधाया वांग विक्रगांदावनात ऊस शिप्रा सुभव पिसणं नाताकवतिकागद वामप्रति पखवाका माछाका डी। अवाम से ऊदा श्राणतादिवम्व रंगा नवति ॥ कवनवि ॥ गातमा पागलवधारण सरीर सऊद अंगुलायम खाका सण दारय मंड क्रियातेज साज्या न ते समुद्या तंत्र गगलवार ऊसरीरयाससमचरं महिषादमग्यात विणसम्म नवनीत जावातग समुचयवन वियतया गंमुग्धा जिदिमामाखाकरिष्पतिजी मादतिया सामादणितिराशाद्वितित्राण बंधा जाता बावी सभागारामा शंकेत्यर्थः लपकती मागारावमा। समंतावका लाादासगंज हाणांबावी सागराश्मा। वामप्रदत्रमश दिया कामांत तसा गारा थमाइति दिखना काडी दिश दिया व नियं पसास विग्रहमख । वरं द्वितिसाव देवका अश्रित राव या नियंकणातीता वमाणि किंविजय अपाराश्वातिय ॥विजयंत्रण वथा तियं जावस वह सिद्धा | विजयंत्र! जनच नावातू 412
SR No.650016
Book TitleBhagavati Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year1539
Total Pages1168
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_bhagwati
File Size575 MB
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