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कामोदभ्रूणा शैदा लिनुमा एवं श्रणु बोशिकाला दास दाद सवास सम्माई ॥
तामुतमश दिया। नाक्का स [दा प लियेवमा शैद मृणा बावीसावा महास्म दिवश दिया। एवं विगमगा । चखरऊमा रंगमगस रिसावरं द्वितिकाला दिवा एका एवेजावा पियक मारण ऊदिया मंतर / किंपिसायवासामंतर जावगंध वाणमंतरा[गा। पिसातवा गणमंतराव गंधवाणमंत दावा तोतांऊल विपक्ष | विकाश॥ पातसिकिमारंग भगंमशि माणगमगाना पियवा । वरं द्विर्तिका लादिसं वडाका । द्विती| हादसा वा संसदमा अक्का साँप लिश्वमाससे) नवजशिका इसियादाव दितां यथा किच दविमा गांजातिसियांदाव दिताश्ववता वतार विभाणजाति मिया/वेद विमापा जाव तार विमा एजाति मियादावां लोतान विण्ड द विद्या इयल इदार कुमाराणी पणदरेंगा। तलेम्मापतिभिणाणा। तिमिना । नियमं हिती जदाणां दला गय लिनवमं धक्का सप लिभ्वमेवास मथमदम् श्रश दिये बोधादि काला दास दाम अह लागप लिश्वमंत्र " नियि पाएगा इणिय मं० इह संज्ञानोत्यद्यात संज्ञिन त्यति समय एव सम्पग पष्टे त्रीणि ज्ञानानिम त्यादिनिश्तर स्पज्ञानानि मन्य ज्ञानादीनिजवति पवि० [पपोयम नउचाउ मोनोगे ॥। १॥
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