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उशकाडी दिवश दिया बतियंज्ञा व कारका साचैवंद्र दाण काल हिती प संभवाण स तद्वय । वरं काला दासगं जहा दसवा ससदस्मा मा सदनम दिया है। कामदार पञ्चाकाडीचालीसावास सदास्त ग्रिश दिया । पवतियांशसा चचना का सकाल द्विती पस प्रवारमा पसदेववतवया । ॥वकाला दास गांड दाम सागारा व मंमासनमश दिये। अक्का सांवता रिसागाराव माई | चर्दि छाकाडी दिग्रस दिया। एवतियं जावकार । कामाचा दणकाल द्विती तो साचतथा। नवरंश्मा इंपचनापत्रा प्रतिनिनणा। तितियन्ना यदापणमाम प्रदता अक्का नासउद दाम दसवा ससदस्मामा सदनमत्र दिया। कांचना रिसागरावमाच् दिमास प्रदान दिंश दिया इंण्वतियंज्ञा व कारकाधासा दे दम्प काल द्वितीय। एसवेदवत्र था। चणमसरिसान वर काला दासजदा
सारा गाढा हा अंगुल का नया सम्रग्घायाया दिल्लाहित अवं समतेचेव! जावलथा [दासा निकाल दाम