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________________ प्रेमवरणा 1 विवलास एख जलाए अएयसंगत इंदिया पत्रापवाणामना ३२ वाणाला एस सायलाएगा सखशातला कविशालाच रिं दियाएछ लापतादाद सतामितिरियाला गाउ दीदिया। गुंडा लिया उसासारखा सरयेतिया उझारखा शिरस। विल्लाला | एल्लाल वझलास एखाऊला एएएस ए एच रिदि रस्समम सावद्यलाया सात गोला या सातास सोख एलागि।। गायत्रा। एनहर यशदा तिलाएखनदी एखारक रिणास ॥ रखा सरसरयेवियामा बिलम विलयत्नियास) दिघा सम्राहसा साहसाच् या पात्राश्वारणाय मन्त्रा । ३३वात एले सम सरवर नागसह एएस) लायसन्स नाकलित एवं दिया गयात्रा) छत्राएं वागायला गावाला दसवादक दे सलामा लागस्तदेकाद सत्तामितिरियाला गाडसाताला एखादा खादादसावारीसा खरकरणी खादी दियाड। अंडालियाखा सारखस र एसिया सुसरसरऐति या सुशिल विलयत्रिया ३५
SR No.650015
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages596
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size297 MB
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