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________________ ऐस्मरणा मुद्दोसाधम्मगादवाला ताक रतियोरन्तेउ दिएगाऊाएं तिया संति॥गाड़ देखला सारवद्यतिता कारमा सररण पलाए घटवाद शिल्लच रिमाततिरिये जावा सांखाद्य दाव सखदे अहंकारसगाई विमारणातिं दिणाऊाएं वियासति एवं ईसा गादराशिस एंकमा रादवाशि एवं। चिवएव प्रादावादाचा एस करपलाएड ढवाणदल्लिरिमातएवेमा हिंदगादवारि बेल लागले तगादाताघटवापादघिल्ल रिमाalas सदस्मारमादवा वीएए कम्पलाएपल्लिवरिमाता चमारा क्षमप्पल एतमाएपुढा रिमरिमाग विद्यादवापतताकर तिखत्ते दिपाडा ए तिपातिगाला सारखद्यत्तताको आसनमाघटवा पाद शिल्लवरिमात त रियंकाक प्रसारवादावसम्रा६] [हेका व सवाई विमा गाइ दिगाऊं एंतिया सेतितारा यादवालाताकर तियोस्ते दिरणाका ति यासेवित॥गा) से लिसाला गरणा लिंखदिणाकारांत २‍ सतिश काइएकउला लोक नाले एतावता मुक्ति सिलावजीन शेष संपूर्ण लोक देषरुप्रर नुन्नर विमाननादिवताः १३‍ एटर या दरा दल्लिवरिमा [[हिममधिमाग वाहकाव हावामा
SR No.650015
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages596
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size297 MB
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