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________________ सदस्प्रेावालादल रागविचवतोदारको से गांगावया छत्राएविएशचवः खनिए गायक गनवतियाकोस) बगाउदा पछताए २३ दिय त्रकतियपछ या पायाक बगाव यासंखश्विमापनाथ गाउ वेरयरिसप्पा एविदिय गतरकंतिय सेमबि 9 दिस मा) लाय एदते उदयपरिसम्मान दिया। गशद के तियायविवको सगा महिमा ६७दताखदद राग दिय गश्च कतिया समन्धिमा यतिष्टरिवाक रामगंधप्रद संगद णिगादात्राओ या शेतानाय्यकारणसद गायत्रजयाने परका लायस दस्सगाउदा प्रदानात्रा रायगड दादा एंव बिमादात में एसो लिए सरी रानात रकम दालिया सरी एमा दरण] एस्मता [[गायम | ऊदाम ऐं। गुस्साद्य लागेका सितिमिमात्र याप पछता।। छाऊ दरमा दिवशकासविशेयलस्म माखद्य तिला गंगे से खचिमाऊ दागा विकास श्श्य मा. मागपत्रा वयरयच्छ
SR No.650015
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages596
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size297 MB
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