SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 397
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ऐस्मासूत्र कादलेसा दिसेमा दिया। काजलस्मालवणवा सिग उसे द्या। लालसा शिससा दिया उकएदाल) सासित अलस्या सावरमा कण्डलेागिर स्सा सिसा दिया एक एदालसार [ग क गायक तारा दिता) पालाल स्सामदि। एवं काला दिवात अलस्साम दिहिया || स्मता कालसामा दिहियासपहिया का) सिलतिर र याक ए मागील रल स्माएका बालस्सा गयकतास्र दिनाप्यावापि हियाराम दिडिया।गा। कराहल स हिता गालाल साम दिहिया गालाला रस दिशता का अलसाम दिहिया सङ्घ पिट्टियाए। रश्या क एहाल स्मासच मदिि (श्याकाजलस्मात सिगलात तिरिरक ओरिग वालसावाए सारखा का आलमारा एमेतरा संपालले वामेतरा असावालाल na ससा दिया। कण्दाल साऊाइ सिया संखे |ताल स्साबाई वसगत सिलातरीवा रहितामा वामपिहियावा मदिहियावा।। दिया। गोलालरस हिता काजलस्साम दिहिया तिलस्म दिवाए दिदिया। एह्याला वाकिटालस्था। सचम दि वाखकालस्मागा शर
SR No.650015
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages596
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size297 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy