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________________ लग रमोदसवास सद यात्रमा विगम साहियासाऊागीविसेसा दिया। संसारच्या रिसे साहियाा सञ्चाराशिस साहियाम समानराणां लाताकरतिय (वितापमाना। एड सात्रीसागारा दमाईएछत्रानरश्या एक वतिये कालंबित) एमनाएगा। ऊदरमशवाय ते कासिए विशेताम्रपद्यत्र गएरइया ऐलाना करतिवे काले वितीय एमत्रा/एगा। दाम दस वासस दस्माद्यतामरणातिशिकारणाती सागरराव मातामन्त्रणाश बारय गाला प्रदशनिरश्यालातरकवतियेक रले विताए पत्रा राम दस वास सद साई/कास) स रामायण ऊत्रका लेवितीयमत्रा/ग जहा ऊसकरणला92 जाकारसतिमिसाग एप्ला9 सावित्र्य रमोदसवास सदस्या रटा तरक वितियकाल वितायमत्र ग शिनरइया ऐलोवाकरति शेकस सामाराव मे रिश्वरश्याला ताकव तिने काले वितीयमत्रा। एगा। ऊ दरमएंगे एगे
SR No.650015
Book TitlePannavana Sutra
Original Sutra AuthorShyamacharya
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages596
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_pragyapana
File Size297 MB
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