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________________ सावरन्यता यात्मवाद पूर्तनासा का कधिवक्षामा मलाका प्रत्यारयान पूर्वनावीसारना कहां। सातमाल मा हासनामार वादविवावयवाटारसमोलसवय कम्पपवायस पुयातीसंवरूप पचरकालस्स। सस्तकद्यारणा वद्यानुवाद पूना यनरम्य अवयम्पा पूर्वमा वावरतकारमा पाणायः श्वना समा कारण मा ह्यार सवासंघ मापवायरमधमाश्नरसवपशवम्सबारसव पारगाउस्सएछमाते A5वत कियाविनापूर्वना पासवरतपासाक लाकऽिसार पूर्वना। पंचवीसवत सर चौदा कह्यार तेरमा शाकद्यारा छोक्षमा कामाचा रसवछएं किरियाविशालपुछा तीसंवत्रयाना लायबिंसारस पुस्मणवीसंवरूप दमोह पवली महामिमास्चिीवनावस्तरमजाणिवावहिलवदेसवस्तीजवादयमबजी छारखसक मईपूर्व पूर्वस गाघामाजिाणिaal पारबारम श्रीन असारस बार हस्त साल त्रासद बीस पनामामामुषवादन विषयवस्त। सारसबारसऽवयवणि सोलमनासावीसाधारमाएगाचायनिबारसएक्कारसमिबारसमेत वरलकासबसवलासरम छोटेमपंचायलिश्याम बीअम वेदस करनामिनीच यु पूर्व सवा राधलकीवरका धारावधूलि चूलिकावकालिकाका 'चुतिका॥ का रिसेवचणि तासापतिरसमिधासमयावीसा में नारिडामनिवदसचिवलवाणातिलाण
SR No.650013
Book TitleSamavayanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorHirsundar Muni
PublisherJaiselmer
Publication Year1699
Total Pages248
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_samvayang
File Size130 MB
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