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________________ [टकसहित च चैतश्शाल्मली नई किरीया सेकरी बांधवेप्रमाधार्मिक टोक उघानी तोली हिमानतात मोट यंत्रे सेलहानी परिरोड वेदांमित्र पर गाना [ग] सिलिपायाचा स्व वियं पासवाहा। काहा कहा दिदुरकरं । ॥ महा संत सुनना। आश्मातास याद करनापण्यांक कि अनंत वार पतिमानात सातलियां मनाबलिस परमाधार्मिके सूर नई तरिकालसु गए हिंसा मदिंसबाल दिया या डिका स्वानरूपकन श्रादकर भूमिका हेमाता त पर वसिना फलसरिया वर्षि के पड़ताली समीच्चार करीयाय कर्मन यामिवेदिनकवार लखीपी लिई मिस करम्मा दिपाकरम्मत सिवनादिल जीहिंप हिस दिया विनाशिन्नादिनिने वक्त देदीप्यमानस मालधूसर इंडोतिर नया राशनेर लिवेबिनो। विप्रांतांच्या मासासीदिग्रय योगिवन विष्वनामिड हेमानवात पर सिलोहन नदिचान दिन पह याचचनोयोदकवासलादशह चजक लिग शिकपशना हेमाततात पापकर्मि नरक या मित्र परिपीडिनु प राशावाद पनि ॥ यास ऊलं तं मिचित' यासुम हिसा विवादाहा काय दामा याद काम्म मि " हेमाततान बनसोडसा मुख लोहसमान मुखिक रीटेक परवी६ वाई श्रतीवार विलय दिने हेमानतात हिंपादिकाबला संडासखंडे दिला वांड दिप रिक दि । विज्ञानादिलवाता | इंटेक गिरह हिंगोतास सांत विधानानु वैतरणी नदीयां मि जुन्ना लाल समिलाइए। [चाइमे वत्र जुन्नहिं । चहिबल ने वैश्वानरमा हिघीनी परिएकलुवमि दाफा विनडरपा नदीजलया सिद्धं इमचीत कर वनधाराविदारिख मातापहितां पिएँ ए) किस्तातांधावांत यात्रा [वयन। अलंयादिनिचितोतारकर धारादि विवाइ ॥ ६॥ उष्टानिज्ञानासं
SR No.650012
Book TitleUttaradhyayana Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorJaysundar
PublisherSanchor
Publication Year1682
Total Pages230
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_uttaradhyayan
File Size124 MB
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