SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 46
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सिझाई छाउरिमाहिं । यजयाटकिंमई कलारहित १५ भित्रावनोदयी तपिकरी-शाधित गा३जामिनयधिवपण दिवा सिरकगबसामिाजन्नधारमुशियासिकामिनासायशिमासियामालिन रणदेवी पहासकर अनामिध्याधीवालाणा च जातिमदनावरनारहिंमग रेणियोनानाईवाजात्यनिधी वहाचर्ययेनेवाधरती रहवाई यहवेव गरा नवदसंनिमारियाडाईमयाडिबुवा दिसगात्राजिदिया अवतधाशिणालालाइभ चनमा प्रतिबिाल्या या किदांबाववाशिदत्यायवनागदहकदः। कालरूप रविकरालस्य बहानाकमा मलावसमा रमितस्यां रेपिसावरूए याणमयाकयारागाईदिनविाकाहवि गमकानासानाचलायंसदिसायलयासक मिल्पफाटांवपिहिरोयल क्याबश६ किहोरम जीवाश्रययागि स्यानाविदीप्राप्युब मिनोवस्त्रजनावहिरी रहसंकरिदरियावावाकयासमंश्यश्रदमणि कोकारवयासाश्दमागमामामाचलगाई । विशाचस्प जापर किम्हाकतारहिनमा ध देना, तिदार टीबछानन्त्राधिष्टायक तरिकशासानासाहा। सिंधिसायनयागमरवस्ताहिकिमहंमिममिाणात. तहतियारकवासाअणुकरातस्ममहार मिंत्रार्थ साधनाशरारनिविषअमिष्टानई एदा वचन बोलबम हरिकेशीमा देवाशिष्टतामकहतकसोकदार हम संज-तचाचारामुरिणस्साएशायनानियसरीरामाऽवयापदादारिसमायग्रहसमतयारीविर विरक्तधनयरिवारयरियधिक शिक्षाकालसमई अन्तनिअछि हांव्यायु या अन्नघरदासपंखार खान Jameएशिहादासरयाविशस्त्रतिरकताअनसंग्रहामायामिविश्कारवाल EADER
SR No.650012
Book TitleUttaradhyayana Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
AuthorJaysundar
PublisherSanchor
Publication Year1682
Total Pages230
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_uttaradhyayan
File Size124 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy