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नंती जीवाम्पा विराधीषंकानैते जिम श्रीजिनभाषित सूत्र की ०४ लाष जी बायोनिक्स एव संसाररूपः के तार इत्यादिक यकाल अलता जीवाता/अलविरा ही चाकर तमसार कंतारे परिणति तेनो विचार होजयत्पदक स Zac