________________ 6 बुद्धदासेन श्रावकी जयन्तीप्रकरणवृत्तिः / // 25 // परिणीता सुभद्रासती। तेणं अणुरायपरब सेण जिणदत्तो। वियरइ न तस्स धूयं मिच्छदिवित्ति काऊण // 7 // तो सो साषयधम्म तीए लोहेण सुगुरुपयमूले / गिन्हइ पढमं तंमि य, सद्धा सम्मं समुल्लसिया // 8 // जिणदत्तोवि य सेट्ठी जिणधम्मे तस्स निच्चलमणस्स / सयमेव देह कत्र नाऊणं सीलसन्मावं // 9 // अणुरूवपत्तजोगे पाणिग्गहणंमि गुरुसमिद्धीए / उप्पाइ नयरीए साहुकारो चमकारो // 10 // मणिओ य बुद्धदासो वच्छ तए सह इमाए दइयाए / हायबममगेहे जिणधम्माराहणनिमित्तं // 11 // जेण तुह जणणिभइणिपमुहजणो सुगयदसणाणुगओ। पइक्खणविणासवाई असन्तकजोग्गमो निचं // 12 // ता तेसि दिद्विराए पसरन्ते सबदोससमवाए / कह वीयरायधम्मो समाहिणा किन्जए ? वच्छ ! // 13 // जिणधम्मे संपत्ते विधेयक्न्तेहिमुजमन्तेहिं न हु होइ संकिलेसो जह तह हायवमिह होइ // 14 // उक्तं चागमे-धम्मत्थमुजएणं सबस्साऽपत्तियं न कायत्वं / इअ संजमो. वि सेओ वीरजिणो एत्थ दिद्वन्तो // 15 // जिणदत्तेणं भणियं गहियं हरिसेण बुद्धदासेण / अमयं व खीरसायरसमुत्थममराण नियरेण // 16 // पुरिसोत्तमो व लच्छीसहिओ खीरनवमि पासाए / चिट्ठइ सुहासिए तो सुहिओ सद्धिं सुभदाए // 16 // सावि सुभद्दा विहिणा गिहमि जिणविषपूयणं काउं / गच्छइ जिणिन्दभवणे कयसिंगारावि अवियारा // 18 // सुगुरूण पायवन्दणपुरस्सरं समयसारमणुदियहं / निसुणंती सद्धाए गच्छइ संवेगरसपसरं // 19 // तह गेहव्वावारं करूणारसेकमाणसा निच्छ / जइणाए कुणइ सच जणणीए सुद्धधम्मस्स // 20 // अपुल्चनाणगहणे समुज्जया अजवेण संजुत्ता / मुत्ताहलं व अंतो बाहिं परिसुद्धपरिणामा // 21 // सज्झायज्माणपरा गहीरमहुमहुरउचियवाणीए। पियवयणदाणविणयाबजियसजणसयणवग्गा // 22 // इन्चाइ सुगुणसंचयसुमेरूगिरिरायचूलिया तीए / लोए पसंसणिज्जा सुनिचला सीलसंपत्ती AAAAAAA5453