________________
कल्प० वारसा०
1148 11
च इमं-तिवास-अद्धनवमासाहिय - बायालीस - वाससहरु सेहिं ऊणिआ विइक्कंता-इच्चाइ ॥ सू. १९७ ॥ ९॥
चंदप्पहस्स णं अरहओ जाव सव्वदुक्खप्पहणिस्स एवं सागरोवम - कोडिसयं विइक्कतं, सेसं जहा सीअलस्स, तं च इमं - तिवास - अनवमा साहिय - बायालीस - वाससहस्सेहिं ऊणगमिच्चाइ ॥ सू. १९८॥८॥
सुपासस्स णं अरहओ जाव सव्वदुक्खप्पहीणस्स एगे सागरोवम - कोडिसहस्से विइकंते, सेसं जहा सीअलस्स, तं च इमं - तिवास - अद्धनवमासाहिअ - बायालीस - वाससहस्सेहिं ऊणिआ इच्चाइ ॥ सू. १९९ ॥ ७ ॥
पउमप्पहस्स णं अरहओ जाव सव्वदुक्खप्पहीणस्स दस सागरोवम - कोडसहस्सा विकंता, सेसं जहा सीअलस्स, तं च इमं तिवास - अद्धनवमासाहिय - बायालीस - वाससहस्सेहिं ऊणगमिच्चाइ ॥ सू. २०० ॥ ६ ॥
श्रीजिना
नामन्त
राणि
॥ ५४ ॥