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________________ नं.अ.आ. ओ. द.पि. उ. ॥ ३९ ॥ जं भणसि नत्थि भावा ५. जं भत्तपाणडवगरण ० ५. जं भवे० न मे कप्पइ तारिसं ५ जं० भावे परिणमइ ३. जं भिक्खमत्तवित्ती ५ जंभियगामे नाणस्स. जंभिय बहि उजुवालिय जंमि निसेविज्यंते जं मे बुद्धाऽणुसासंति जं वकं वयमाणस्स जं वाइद्धं वचामेलियं जं विवित्तमणाइनं जं वेलं कालगओ जं संठाणं तु इहं भवं ५. ७१ २+ ३. ५२४ ३ ५२६ ४. ५७ ७ ३ 慷 ३ रे १०३* जाइमयं पडिथद्धा ७९५ जाइमरणाओ मुम्बइ ३४६ जाइमंता इमे रुक्खा जाइ सद्धाइ निक्खंतो जाइस्सरो अ भयवं जं संभरामि जं च जा अ सच्चा अवत्तव्वा २७ २९० जाई चत्तारि भुजाई जाई सरितु भयवं जाईइ पगासनिवेयणं २० जाईकुलगणकम्मे ५१०* जाईकुले विभासा १३२५ जाई जरामबुभयामिभूया ९६९ जाईजरामरणसोगपणासणस्स ३ ५ ७ ५ ५ ५ ३ ५ ७ ७ ६ ६ ७. | जाईपराजिओ खलु : २४ २७९* जाईसरो अ भयवं ३६.३* जाईसरणे समुप्पन्ने ४६ ० * जा उ अस्साविणी नावा ३०८* जाए दिसाए उ गया ३९५* जाए दिसाऍ गामो तत्तो १९३ जाऍ दिसाऍ गिलाणो २५५* जा किण्हाइ ठिई खलु २२९* जाचेव उ आउठिई. ३५३ जा चेव उ आंउठिई ४३७ जा जयमाणस्स भवे ४३८ जा जयमाणस्स भवे ७. ३ ७ ७ ४ ४ ७ ७. ६. ४ ४४४* जा जा वचइ रयणी ७ १२* जाजा वच्चइ रयणी० धम्मं तु ७ ४०६* ५१+ ६०.८% ९०२* २४७ १३३९ ८४ १३४०* १५४०* १६१७* ६७१ ७६० ४६४* ४६५* सूत्राधनु - क्रमः ॥ ३९ ॥
SR No.600306
Book TitleNandyadigathadyakaradiyuto Vishayanukram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagaranandsuri, Anandsagarsuri
PublisherAgamoday Samiti
Publication Year1928
Total Pages374
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript & agam_index
File Size25 MB
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