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सूत्र
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48पंचमाङ विवाह पण्णात्रीि (भगवती ) सूत्र 48
पुढवीकाइयस्स आउकाइयस्स तेऊ-वाऊ-वणस्सइ काइयरस कयरे काए सव्व बादरे, कयरे काए सव्वबादरतराए ? गोयमा ! रणस्सइकाइए सव्वबादरे. वणस्सइकाइए सव्वगदरतराए १, ॥ एयस्सणं भंते ! पुढवीकाइयस्स आऊ-तेऊ-बाउकाइयस्स कयरे काए सव्वयादरे, कयरे काए सव्व बादरतराए ? गोयमा ! पुढवीकाए सव्व. बादरे, पुढवीकाए सव्वबादरतराए २, ॥ एयरसणं भंते ! आउकाइयस्स तेऊकाइयस्स वाउकाइयस्स कयरेकाए सव्वबादरे, कयरे काए सव्वबादरतराए ? गोयमा ! आउकाए सव्वबादरे आउकाए सव्ववादरतराए ३, ॥ एयस्सणं भंते ! तेऊकाइ.
यस्स वाउकाइयस्स कयरे काए सव्वबादरे कयरेकाय सव्वबादरतराए ? गोयमा! व सर्व मूक्ष्मतर है. ॥२॥ अहो भगवन्! इन पृथ्वी,अप् ,तेउ,वायु, व वनस्पति काया कौन सबसे बादरहै व कौन बादरतर है ? अहो गौतम ! वनस्पतिकाया बादर व वनस्पतिकाया बादरतर है. अहो भगवन् ! ।
इन पृथ्वी, अप् , तेउ, व वायुकायामें कौन सर्वसे बादर व सर्वसे बादरतर है ? अहो गौतम ! पृथ्वीकाया 3सर्वसे पादर व सर्वसे बादरतर है. अहो भगवन्! इन अप्, तेउ व वायुकाया में कौन सबसे बादर व कौन
चादर तर है? अहो गौतम ! अप्काय सर्वसे वादर व सर्व बादर तर है. अहो भगवन् ! इन तेउकाया
-उन्नीसवा शतक का तीसरा उद्देशा
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