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________________ ॥ श्री गुरुगौतमस्वामी महापूजन ॥ पूर्व भूमिका विविध पूजन संग्रह ॥ ९७ ॥ सर्व प्रथम जिस भूमि पर पूजन कराना हो उस भूमि को दूध से मिश्रित जल के छांटने के द्वारा शुद्ध करके दशांग धूप आदि करके पूर्व या उत्तर दिशा अथवा मूलनायक भगवान के सम्मुख श्री गौतमस्वामी महापूजन का पंच धान्य से मण्डल बनाना फिर मण्डल के आगे सिंहासन (तिगड़ा) रखकर उसमें शान्तिनाथ भगवान या पंचतीर्थी एवं सिद्धचक्र (नवपदजी) का गट्टा स्थापन करके स्नात्रपूजा पढ़ाना एवं अन्त में अष्ट प्रकारी पूजा करना । मण्डल के अन्त में परनालिका बाजोट रखकर उसके मध्य श्री महावीरस्वामी भगवान की प्रतिमा एवं गुरु श्री गौतमस्वामी की मूर्ति या गौतमस्वामी यंत्र स्थापन करना । फिर मण्डल के चारों तरफ संपूर्ण | पूजन सामग्री बरख लगाकर पाटले पर लाल कपडा बिछाकर रखना । गुरुदेव से सभी पूजन सामग्री पर वासक्षेप कराना उसके पश्चात् पूजन प्रारंभ करना । श्री गौतमस्वामी पूजनविधि ॥ ९७॥ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.ininelibrary.org
SR No.600250
Book TitleVividh Pujan Sangraha
Original Sutra AuthorChampaklal C Shah, Viral C Shah
Author
PublisherAnshiben Fatehchandji Surana Parivar
Publication Year2009
Total Pages266
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size21 MB
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