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* अर्ह नमः॥ नमो सिरिसंखेसरपासनाह-केसरियाजीसिरिउसहसामिजिणीसराणं ॥ पसीएज्ज सया मज्झ नेमिविन्नाणसूरिणो॥
पाइअविनाणकहा।
[विइओ भागो] आयरियविजयकत्थूरसूरिविरइआ ।
___ मंगलाइंवंदिय सिरिसंखेसर-पासपहुं जिणवरं जगन्नाहं । भवियजणमणतमहरण-दिणयरसमविलसियपहावं ॥१॥ तह नेमिसरिणो गुरु-वरस्स, विन्नाणसरिगुरुणो य । नमिय पयपंकयाई मत्ताणं इट्ट-दाईणि ॥२॥ पाइयविन्नाण कहा-इ बीयभागो रइज्जए एत्थ । पाइयभासज्झयणय-लिच्छूण सुहेण बोहढें ॥३॥
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