________________
द्रौपदी च सभामध्ये (स्वर्ग)
१. ९
द्रौपदी च सुभद्रा च (आश्रम ) द्रौपदी च सुभद्रा च (आश्वं ) ८८.४ द्रौपदी च सुभद्रा च (द्रोण) १२७.२४ द्रौपदी चान्वयाच्छ्वश्रू ं (आश्रम) १६.३० द्रौपदी चाब्रवीद्भीमं (वन) २७२.१६ द्रोपदी चैव दुःखातें (द्रोण) ७२.५८ द्रौपदी त्वरिता गत्वा (आश्व) ६८.९ द्रौपदीप्रमुखाश्चापि (आश्रम) २३ १२ द्रौपदीमुत्तरां चैव प्रथा (आश्व ) ६६.५५ द्रौपदी हतपुत्रां च (आश्रम) २१.१५ द्रौपदी हतपुत्रेयं (शांति) १.१७ द्रौपद्याश्च प्रिये नित्यं (आश्रम) १६.१५ द्रौपद्या सह संभूतं (आश्रम) ३१.१५ द्रौपदीप्रश्न मुक्त्वेवं (सभा) ६८.५६ द्रौपदी प्रेक्ष्य तान्सर्वान् (विरा) १३.४५ द्रौपदीमनुशोचद्भि: (वन) २७१.४६ द्रौपदीमाष्टिषेणाय (वन) १६१. ३ द्रौपदीमा श्रमेयस्य (वन) २६४.५ द्रौपदी त्वथ संजज्ञे (आ) ६७.१५७
Jain Education International
१.६
द्रौपदीं प्रार्थयन्तस्ते (आ)
द्रौपदी धमराजस्तु (वन) २७१.३४ २.११० द्रौपदीं प्रार्थयन्तस्ते ( आ ) २.११० द्रौपदी यस्य चाशास्ते (उद्योग) १३९.१८ द्रोग्ीवाक्यपाथेयो (वन) १४६.३६ द्रौपदीसहितं पार्थं (उद्योग) १३९.१३ द्रौपदीसहिता वीरास्ते (वन) १५८.४२ द्रौपदीहरणे यत्तद् (द्रोण ) ४२.१२ द्रौपदीहरणे राजन् (उद्योग) १६५.३१ द्रौपदेया धार्तराष्ट्रन (कर्ण) द्रौपदेया नरव्याघ्राः (द्रोण ) द्रौपदेया नरेन्द्राश्च (शल्य) द्रौपदेय नृततः पञ्च ( भीष्म) १५.७४ द्रौपदेयान्नरव्याघ्रान् (द्रोण) १०६.१५ द्रौपदेयान्महाबाहुः (द्रोण ) १५६.३६ द्रौपदेयान्महेष्वासान (उद्योग) १९६.१४ द्रौपदेयान्महेष्वासान् (द्रोण) १०८.१ द्रौपदेयान्युधामन्यु (वर्ण) ५६.३८ द्रौपदेयान् युधामन्यु ( कर्णं ) ७९.३६ द्रौपदेयाभिमन्युश्च (उद्योग) १६२.१५
४६.३६ १०.५१ १६.६
श्रीमन्महाभारतं । लोकानुक्रमणी
३५.५ ८.५
द्रौपदेयाभिमन्युश्च ( भीष्म ) ५०.५० द्रीषदेयाऽभिमन्युश्च ( भीष्म) ५२.३० द्रौपदेयाऽभिमन्युश्च ( भीष्म) ६३.१० द्रौपदेया महाराज सर्वे (उद्योग) १७०.१ द्रौपदेया रणे क्रुद्धा (भीष्म) ७८.२६ द्रौपदेया शिखण्डी च ( भीष्म) ११८.४१ द्रौपदेयाश्वतुः बष्ट्या (कर्ण) ७८.१९ द्रौपदेयाश्च ये पञ्च (बा) ६७.१२७ द्रौपदेयाश्च संरब्धा (द्रोण ) द्रौपदेयाश्च संहृष्टा (द्रोण) द्रौपदेयाश्च संक्रुद्धा (कर्ण) ७८.६४ द्रोपदेयास्तथा पञ्च (उद्योग) १४०.१८ द्रौपदेयास्तथा शूरा (कर्ण) ४९.६२ द्रौपदेयास्तथा सर्वा (शल्य) ११.२२ द्रौपदेयास्त्रिसप्तत्या (कर्ण) ४८.५३ द्रौपदेयास्त्रिसप्तत्या (द्रोण ) ११४.६३ द्रौपदेया हता राजन् (सौप्तिक) १०.२ द्रौपदेया हताः सर्वे (सौप्तिक ) ९.५० द्रौपद्या केशपक्षस्य (कर्ण) ८३.४६ द्रौपद्या चानवद्याङ्गदा (वन) १३.१८
For Private & Personal Use Only
द्रौपद्या नः सहासीना ( आ ) २१२.२९ द्रौपद्याः प्रियमन्विच्छन् (वन) १४६.१३ द्रौपद्या रक्षणं कार्य (वन) १७९.४८ द्रौपद्या वनवासिन्या : (वन) १४६.३२ द्रौपद्या वर्धयन् हर्ष (वन) १६०.३३ द्रौपद्या विप्रकर्षेण (वन) २.६ द्रौपद्या सह संगम्य (वन) ३.८१ द्रौपद्यास्तनयानां च (आ) २.१२७ द्रौपद्यास्तं परिक्लेश न (वन) ५१.६ द्वन्द्वमेति च निर्द्वन्द (शांति) ३०३.२ ५३.४६ द्वन्द्वशश्चाग्र वन्सर्वे (अनु) द्वन्द्वानि तत्र (द्रोण ) १८७.३ द्वन्द्वानि मोक्षजिज्ञासु (शांति) ५२.१ द्वंद्वान्यासन्महाराज (कर्ण) २८.१३ द्वन्द्वा रामेषु भूतेषु (शांति) ३२६.२४ द्वन्द्वा रामेषु भूतेषु (शांति) ३३१.४३ द्वद्वारामेषु सर्वेषु (शांति ) २६६.३१ द्वन्द्र तेस्तै : (शांति) ३२०.१५१ द्वन्द्वनं यत्र बाध्यते (शांति) २४१.१४ ६यक्ष रस्तुभवेन मृत्यु (आश्व) १३.३
४१६
द्वयमेतद्भवेद्राजन् (द्रोण ) १६५.६ ७८.१० द्वयोरेकतरे बुद्धि: (वन) द्वयों शंसकर्तारमवशं (आ) ११८.२७ द्वयोर्योगं न पश्यामि (उद्योग) १६०.२७ द्वात्रिंशत्करणानि (द्रोण) १४२.४७ द्वात्रिंशद्र पधारिण्यो ( अनु ) १०७.८२ द्वादशपूगां सरितं (उद्योग)
४६.७ २.३२६ द्वादशं पवं निर्दिष्ट (आ) द्वादशस्त्रासनश्चाद्य (अनु) १७.९४ द्वादशात्मारविन्दाक्ष: पिता (वन) ३.२६ द्वादशानां तु भवतां (शांति ) २२४.४१ द्वादशानां तु सर्वेषां (वन) २७१.२७ द्वादशाहे व्यतीते तु (अनु) १३६.१६ द्वादशेमानि वर्षाणि (उद्योग) ६५.४१ द्वादशेमनि वर्षाणि राज्य (विरा) १८ द्वादशे समतिक्रान्ते वर्षे (वन) ३००.५ २४.२ द्वादशेमा: समास्माभि (वन) द्वादशेऽहनि तेभ्यः (आश्रम ) ३९.१६ द्वादशैते जनपदा सर्वे ( भीष्म) १८.१४ द्वावते महादोषा (उद्योग) ४५.२
www.jainelibrary.org