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________________ 0-30 १०६) श्रमण भगवान महावीर की माता वाशिष्ठ गोत्र की थी, उनके तीन नाम इस प्रकार थे:- त्रिशला, विदेहदिन्ना, प्रियकारिणी याने प्रीतिकारिणी। १०७) श्रमण भगवान महावीर के पितृव्य याने चाचा का नाम स्पार्थव था। बड़े भाई का नाम नंदिवर्धन था। बहिन का 3 नाम सुदर्शना, पत्नी का नाम यशोदा और गोत्र कौडिन्य था। १०८) श्रमण भगवान महावीर की पुत्री काश्यप गोत्र की थी तथा उसके दो नाम थे- प्रियदर्शना व अणोज्जा। _____१०९) श्रमण भगवान महावीर की दोहिती याने पुत्री की पुत्री काश्यप गोत्र की थी तथा उसके भी दो नाम थे। यशस्वती और शेषवती। ११०) श्रमण भगवान महावीर दक्ष थे। उनकी प्रतीज्ञा बुद्धिमत्ता पूर्ण थी। वे स्वयं अति सुंदर थे, सर्व गुण संपन्न थे, सरल तथा विनयवान थे, प्रसिद्ध थे, ज्ञात वंश के कुल दीपक पुत्र थे याने ज्ञातवंश के राजा सिद्धार्थ के पुत्र थे, ज्ञातवंश कुल में चंद्रमा के समान सौम्य थे, विदेह थे याने इनका शरीर ( Gration international Forte Pesona Only
SR No.600025
Book TitleBarsasutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDipak Jyoti Jain Sangh Mumbai
PublisherDipak Jyoti Jain Sangh Mumbai
Publication Year2002
Total Pages224
LanguageHindi
ClassificationManuscript & agam_kalpsutra
File Size26 MB
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