SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 23
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ कर्ता रचनाकाल कुलमण्डनसूरि गुणरत्नसूरि (देवसुन्दरसूरि के शिष्य) सोमसुन्दरसूरि रत्नशेखर जयसुन्दरसूरि भक्तिलाभोपाध्याय (रत्नचन्द्र के शिष्य) जिनहंससूरि (जिनसमुद्रसूरि के शिष्य) जिनसमुद्रसूरि बेगड जिनसागरसूरि (?) Aprius व्याख्या नाम अन्तर्वाच्य संज्ञक रचनाय कल्पान्तर्वाच्य कल्पान्तर्वाच्य कल्पान्तर्वाच्य कल्पान्तर्वाच्य कल्पान्तर्वाच्य कल्पान्तर्वाच्य कल्पान्तर्वाच्य कल्पान्तर्वाच्य अन्तर्वाचनिकाम्नाय बालावबोध संज्ञक भाषा-टीकायें कल्पसूत्र बालावबोध कल्पसूत्र बालावबोध कल्पसूत्र बालावबोध कल्पसूत्र बालावबोध कल्पसूत्र बालावबोध कल्पसूत्र बालावबोध कल्पसूत्र बालावबोध कल्पसूत्र बालावबोध - १६वीं शती १६वीं ॥ १८वीं , साधुकीति उपाध्याय (अमरमाणिक्य के शिष्य) समय राजोपाध्याय (जिनचन्द्रसूरि के शिष्य) गुणविनयोपाध्याय (जयसोम के शिष्य) शिवनिधानोपाध्याय कमललाभोपाध्याय (अभयसुन्दर के शिष्य) क्षमाविजय बुधविजय (शान्तिविजय के शिष्य) मेरुविजय १७वीं शती १७वीं , १७वीं, १६८० १७वीं शती १७०७ १७०७ Bain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.600010
Book TitleKalpasutra
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami
AuthorVinaysagar
PublisherRajasthan Prakruti Bharati Sansthan Jaipur
Publication Year1984
Total Pages458
LanguageHindi
ClassificationManuscript, Canon, Literature, Paryushan, & agam_kalpsutra
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy