SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 323
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १९०५ ] नरसिंहपुर ( सी. पी.) के श्री केशरयानाथजीके मन्दिरका हिसाब. २९७ ___" विक्रम सम्वत १९१८ से सम्बत १९३९ तक इस मन्दिरके आमद खर्चका हिसाब सेठ अमोलकचन्दजी छोगमलजी कन्देलीवालोंके पास है जिसका बैलन्स ( Balance ) उक्त सेठ साहब जाहिर करेंगे. सम्वत १९४० से इस मन्दिरका हिसाब हमारे (हरकचंदजी जीतमलजी) पास रहा है कि जिसका बैलन्स सम्वत १९५५ तक रु. १४५१) होते थे. भादों सदी १५ सम्बत १९५५ को सहाश्री धनराजजी डागा गाडरवारा वालोंने सेठ धीरजमलजी कनकमलजीकी दूकानसे—कि उनका काम कुछ शकस्त (कचा) नजर आया-रु. ३१७४०) लेकर हमारे यहां जमा करादी. सेठ धीरजमलजी कनकमलजीकी दुकानमें यह रकम-कि जिसमें जियादातर इनकी दुकानकी आमदनीकी रकम थी मन्दिरजीके नामसे जमा थी. इस रकमका हिसाब नीचे मुजिब है:जमा खर्च१४५०)। कार्तिक सुदी १ सम्बत ६०॥०) कार्तिक सुदी १ सम्वत १९५५ तक हमारे पास १९५६ तक नोकरी पुजारी बैलन्स. व मरम्मतमें ३१७४०) भादों सुदी १५ सम्वत ३६८६॥०)। बाकी देना कार्तिक सुदी १ १९५५ को सेठ धीरजम सम्वत १९५६ तक लजी कनकमलजीके नाम लिखकर जमा किये. ३७४७) २११)|| आमदनी कार्तिक सुदी १ सम्वत १९५६ तक नीचे मुनि व श्री पषणजीमें, पुजारीमें . ८२|DI| १६ बाकी थे जिस पेटे. फुटकर आमदनी भाडा (किराया) मकान साल १ का ५० । २१६।।1) कार्तिक सुदी १ सम्बत १९५६ तक सूदका प्रत 1) - - ३७४७१)
SR No.536501
Book TitleJain Shwetambar Conference Herald 1905 Book 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGulabchand Dhadda
PublisherJain Shwetambar Conference
Publication Year1905
Total Pages452
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Jain Shwetambar Conference Herald, & India
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy