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ता.१-१२-२
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न युग -
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These things can be done only when we
- (अनुसंधान पृ. १७६ उपरसे.) are showing some positive work. It's no use पडेगा । श्वेताम्बर शब्दके अतिरिक्त और कोई इतना व्यापक criticising and attacking them while we ourselves remain idle. We must organise
शब्द दिखाई नहीं देता हि कि जिससे कितीको शंका न हो। ourselves, chalk out the plans, and work वेताम्बर शब्दके सामाजिक प्रयोगसे हमें डरना नहीं चाहिए. them out. But Jain youths are sleeping! इस शब्दकी उपादेयतामें थोडासा परिवर्तन करना पडेगा । Radical elements take no notice of Comm- ओसवाल शब्दकोही देखिए । इसकी उत्पत्ति धार्मिक क्षेत्रमें nnal organisation while others are inactive!
और धार्मिक रूपमें हुई थी, किन्तु आज यह शब्द एक जाति But in reality all those who have the good of the Community at their heart, all those विशेषका ही घोतक समझा जाता है। अतः हमारी समझमें rho really feel for the social and religious तो श्वेताम्बर शब्द ही एक ऐसा व्यापक शब्द है जिसमें evils such as child-marrages, marriages by किसीको संदेह नहीं होगा। यदि इससे भी श्रेष्ठतर और the aged, Child Diksha etc. and want to ,
° कोइ नाम उपलब्ध हो शके, तो वह अत्युत्तम है। आशा right them, they must shake off their inertia, must adopt a live attitude and must organise
है समाजके शुभचिन्तकोंका ध्यान इधर आकर्षित होगा। themselves or become the members of orga- श्रीमान् दबाजोको द्वितीय सम्मति बहुत ही लाभदायक, nisations which are at present existing in महत्वपूर्ण और विचारणीय है। आज समाजमें इतनी सभाएं our Community.
और कोन्सें हुआ करती है कि उनमें उपस्थित होनेके लीए, Youths, Comrades, no useful purpose will
स्थान स्थानपर जानेके लीए समय, शक्ति, संगठन और सबसे be served by simply critising the orthodx reactionary, showy, and hypocritical leaders,
अधिक धनकी आवश्यकता है । आज भारतवर्षपर निर्धनताका no useful purpose will be served by saying चक कितने जोरासे चल रहा है, यह बात किसीसे गुप्त नहीं that a particular body is inactive since it है। लोगों के पास इतना द्रव्य कहाँ है कि भिन्न २ समय failed to function properly. But you have पर भिन्न २ सभाओंमें उपस्थित होनेके लीए जगह २ जाया got to come out, really round our organisations express your views, from resolutions
जाय । अतः हमारे समाजकी मुख्य २ संस्थाएं और सभाएं and act upon them. When this is done then जैसे स्थानकवासी जैन कान्फ्रेंस, जैन श्वेतांबर कान्फ्रेंस, अखिल and then only our social and religious evils भारतवर्षीय ओसवाल नवयुवक परिषद् सब अपने २ वार्षिक can he righted but certainly not till then. अधिवेशन संध संमेलनके साथ २ एकही स्थानपर और
एकही समयपर किया करें। इससे समय और धनकी बचत के मन मोश यु भने पनि मजा. साथ २ एक बड़ा लाभ यह होगा कि इन सभाओंको भी
५0 1121 4६ ०)) २ ० ७५३11 मग वाणिः पूर्ण सफलता मिलेगी, पारस्परिक वैमनस्यका सहज निवटारा भेगा प्रयास मेम. भइनाना प्रभुमा हो जायगा । प्रत्येक आदमी प्रत्येक सभामें उपस्थित हो નીચે માંગરોળ જૈન સભામાં થયે હતે.
सकेगा, उनमें एकताके भाव जागृत होंगे, पारस्परिक विचार +-+-+-+ +++ ++ +++ ++ +++ +++ : "न माध्माना सामर्नु"
विनिमय होगा, उदाहरणके लिए कांग्रेसको वार्षिक मिटिंगका
विचार कीजीए । कांग्रेसके साथ २ जहाँ कांग्रेस होती है, । श्री पासात मतिय शत्रुभयना प..
वही नौजवान भारत सभा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् અસલ કેનવાઈસના કપડા ઉપર નવી ડીઝાતે ઈનને ફટ ૧૨+૧૦ ની સાઈઝને હાથથી ઑઇલ
हिन्द महासभा, राजनीतिक पीडित संमेलन, देशी राज्य 4/टी ४२ख तयार छ. तथा मन ही प्रजा परिषद् और ऐसीही और बीसों सभाएं होती है, जिससे प्रभागनापी सापयामा मापशे. भभारा था लोग कांग्रेसमें तो उपस्थित होते ही हैं और साथमें इन और पे-टी ४२सा प ध आ गयामिन्न २ सभाओंमें भी भाग लेते हैं, इस प्रकार बहुत साधन છે. નમુનો જેવાને માટે નીચેના ઠેકાણે મળે છે
। और समय बच जाता है, और शक्ति संगठनमें सहायता ? अथवा बा:પેન્ટર નારણું અમૃત.
मिलती है । हमें आशा ही नहीं किन्तु पूर्ण विश्वास है कि 8. गरमाडी, श्रीगणेश भवन जीने समाज इन दोनों बातों पर समुचित रूपसे निर्णय कर ...सट पासे, भुम.
लिया जाय। + + - +-+ + -+ 2 2 . 7 .
भँवरमल सिंधी.