SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 21
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अर्हत् वचन, 23 (4), 2011 कालक्रम से शताब्दी टीकाकार 11. वी. ई. शदी शान्त्याचार्य / शांतिसूर (1036 में मृत्यु) मलधारी हेमचन्द्र (1007-1113) | अभयदेवसूरि (1015-1078) नेमिचन्द्रसूरि / देवेन्द्रगणि द्रोणाचार्यसूरि नियुक्ति भाष्य चूर्णि संस्कृत टीका उत्तराध्ययनवृत्ति (शिष्यहितावृत्ति या पाइयटीका) आवश्यकवृत्ति प्रदेशव्याख्या (हरिभद्रीयावश्यकवृत्ति विशेषावश्यक भाष्यबृहद् वृत्ति ( शिष्यहितावृत्ति) स्थानांगवृत्ति, समवायांगवृत्ति, व्याख्याप्रज्ञप्तिवृत्ति, उपासकदशावृत्ति, अन्तकृतदशावृत्ति, अनुत्तरोपपातिकदशावृत्ति, प्रश्व्याकरणवृत्ति, विपाकसूत्र, औपपातिकवृत्ति (1063 1071 वृत्तिकाल ) उत्तराध्ययन सुखबोधावृति (1072 quf aft) लोकभाषा में रचित व्याख्या
SR No.526591
Book TitleArhat Vachan 2011 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnupam Jain
PublisherKundkund Gyanpith Indore
Publication Year2011
Total Pages102
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Arhat Vachan, & India
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy