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श्रुतसागर
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स | म(मि)| हि | त | हे | स | षी(खी) | स | म(मि) | हि | त | सि(सु) | ष(ख) | आ | वी | मि | लै | जी। | | દૂધ(રૂ) | ૮૪રા, પશ ળ | | દર | | દારૂ)| ૮૪રૂા, | રા | શરાજજા, ઘણા રૂડા | રરકા
सम(मि)हित हे सखी सम(मि)हित सि(सु)ख आवी मिलै जी। दि । न । दि । न । हे . स पी(खी)| दि | न | दि । न । दो | ल द | था | य | ५३३। ५५। ५३३।। ५५|| ८४७। ८३। ८२४। ५३३।। ५५। ५३३। ५५॥ | ५३९। ७३। ५३१। ५२२। ७१।।
दिन-दिन हे सखी दिन-दिन दोलद थाय,
सं | क | ट | हे | स | षी(खी) सं | क | ट | स | ग | ला | ही | ट | ली | जी | ॥२॥ | | ८३११|| २१। ४१। ८४७। | ८३। | ८२४। | ८३११। २१। ४१। | ८३। | २३। ७३२।८४४। | ४१। ७३८। ३३४ | ॥२॥
संकट हे सखी संकट सगला ही टली जी ॥२॥ के | स | ला | हे । स | षी(खी)। के | स | ला | नै | घ । न । सा | र, २१७।। ८३। | ७३२। | ८४७। । ८३। | ८२४। | २१७।। ८३। | ७३२।। ५५८। । २४। । ५५। । ८३२। । ७२,
केसला हे सखी केसला नै घनसार,
चं | द | न | हे । स पी(खी)| चं । द | न | कू | क | म | घ | सि | घ | णो | जी। |३१११। | ५३। | ५५॥ | ८४७। ८३। | ८२४। | ३१११। | ५३।। ५५। | २१६। | २१। ६५। | २४। | ८३३। २४। | ४५९। | ३३४। |
चंदन हे सखी चंदन कूकम घसि घणो जी।
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मे-२०१७
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