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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra श्रुतसागर - २७ १८ १९ २१ २२ २३ २४ २५ २६ २० आत्मप्रकाश २७ २८ ग्रंथनुं नाम २९ ३० ३१ ३२ ३३ ३४ ३५ ज्ञानदीपिका आत्मतत्त्व दर्शन | आत्मानुशासन जैनोपनिषद दयाग्रंथ परमात्मदर्शन |परमात्मज्योति प्रतिज्ञापालन योगदीपक याने योग समाधि विजापुर वृत्तांत (लघु) शिष्योपनिषद समाधिशतक www.kobatirth.org साम्यशतक | आत्मदर्शन गीता | गुणानुरागकुलक जैनगीता ध्यान विचार Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विषय जीव तत्त्व अने शिव तत्त्वनो पद्यात्मक परिचय अन्य दर्शनोनी साक्षीए आत्मतत्त्वनी विचारणा २७ आत्म तत्त्व अने सप्तभंगीनो | समालोचनात्मक स्वरूप परिचय शुभ परिणाम के स्थिरीकरण का उपाय जैनधर्मनो राष्ट्र अने विश्वव्यापी परिचय आत्म तत्त्व अने अहिंसानो विशिष्ट परिचय परमात्म प्राप्तिना उपायो परमात्म प्राप्तिना उपायो उदाहरण सहित प्रतिज्ञापालनना सुंदर पद्यो देहात्म भेद अने ब्रह्मावस्थानो परिचय अन्य ग्रंथोने आधारे विजापुरनो ऐतिहासिक परिचय गुजराती साहित्य सर्जन शिष्यनी योग्यता अने गुणोनो परिचय पुद्गलप्रेम अने परमात्मप्रेमनुं स्वरूप समत्वनी प्राप्तिना उपायो आत्मदर्शनना उपायो गुणद्रष्टि केळववाना उपायो | जैन तत्त्वोना प्रकारो अने एनो परिचय ध्यानना चार प्रकारोनो विस्तृत परिचय | ३६- ३८ अध्यात्म महावीर भाग १ थी ३ | भगवान महावीर विशेनुं चिंतन ३९ अध्यात्म शांति | अध्यात्म संबंधी For Private and Personal Use Only
SR No.525277
Book TitleShrutsagar Ank 2013 04 027
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMukeshbhai N Shah and Others
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2013
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size2 MB
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