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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सितम्बर २०१२ रविवारीय सुमधुर प्रवचन शृंखला में श्रोता मोक्ष मार्ग के पथ पर अग्रसर परम पूज्य राष्ट्रसंत आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी महाराज साहब ने चातुर्मास अवधि में आयोजित रविवारीय सुमधुर प्रवचन शृंखला में परमात्मा महावीर प्रभु की वाणी का विवेचन करते हुए निम्न विषयों पर हृदयस्पर्शी प्रवचन देकर उपस्थित श्रोताओं को मोक्षमार्ग के पथ पर अग्रसर कराया. संगीतकार संकेतभाई शाह ने गरुभक्तिमय सुमधुर गीत-संगीत के द्वारा संपूर्ण वातावरण को भक्तिमय बना दिया तो शिविर के लाभार्थियों द्वारा प्रवचन के पश्चात गुरुभक्त अतिथियों के लिये साधर्मिक भक्ति की सुंदर व्यवस्था की गई थी. कोबा ट्रस्ट के ट्रस्टियों द्वारा उपस्थित श्रोताओं का स्वागत एवं शिविर के लाभार्थियों का सम्मान किया गया. श्री मुकेशभाई एन. शाह ने प्रत्येक शिविर में विषय से संबंधित स्वरचित काव्य का पाठ करते हुए पूज्य आचार्य भगवन्त से आशीर्वचन रूप प्रवचन देने का निवेदन किया. परम पूज्य आचार्यश्री ने प्रवचन श्रेणी की छठी शृंखला में दिनांक ५/८/१२ को 'कर्म शत्रु पर विजय पाने का उपाय' विषय पर अनन्त उपकारी, अनन्त ज्ञानी परमात्मा महावीर की वाणी का उल्लेख करते हुए कहा कि परमात्मा महावीर प्रभु ने अपने प्रवचन में शुद्ध भावना एवं साधना के द्वारा कर्म शत्रु पर विजय पाने का मार्ग बताया है. इस शिविर का लाभ शेठ श्री प्रेमलभाई एवं श्रीमती सुजाताबेन कापडिया परिवार, फर्म-सुजाता इन्टरप्राइजेज ने लिया. प्रवचन श्रेणी की सातवीं शृंखला में दिनांक १२/८/१२ को 'अनादिकालीन जीवनयात्रा का इतिहास' विषय पर अनन्त उपकारी, अनन्त ज्ञानी परमात्मा महावीर की वाणी का उल्लेख करते हुए पूज्यश्री ने कहा कि परमात्मा महावीर प्रभु ने अनादिकालीन जीवनयात्रा को रोकने का मार्ग बताते हुए कहा है कि आप विषय कषायों का त्याग करें आपका अनादिकालीन जीवन यात्रा स्वतः रुक जाएगा. इस शिविर का लाभ शेठ श्री चीमनलाल पोपटलाल राणा परिवार, अहमदाबाद हस्ते श्री बाबुभाई, श्री हेमन्तभाई, श्री गौतमभाई, श्री विक्रमभाई, श्री उमेशभाई आदि संपूर्ण परिवार ने लिया. प्रवचन श्रेणी की आठवीं शृंखला में दिनांक १९/८/१२ को 'धर्म क्रियाओं का अनूठा रहस्य' विषय पर अनन्त उपकारी, अनन्त ज्ञानी परमात्मा महावीर की वाणी का उल्लेख करते हुए पूज्य आचार्यश्री ने कहा कि परमात्मा महावीर प्रभु ने अपने प्रवचन में धर्म क्रियाओं का अनूठा रहस्य बताकर मोक्ष प्राप्ति का सुंदर मार्ग बताया है. इस शिविर का लाभ श्रीमती सुमतीबेन हर्षवदनभाई शाह, स्व. हर्षवदनभाई नवीनचंद शाह परिवार, सुप्रीम ऑफशोर कन्स्ट्रक्शन्स एण्ड टेक्निकल सर्विसेस लि. शांताक्रूज, मुंबई/अहमदाबाद ने लिया. प्रवचन श्रेणी की नौवीं शंखला में दिनांक २६/८/१२ को संसार की समस्याओं का आध्यात्मिक समाधान' विषय पर परमात्मा महावीर की वाणी का उल्लेख करते हुए पूज्य आचार्य भगवन्त ने कहा कि अनन्त उपकारी, अनन्त ज्ञानी परमात्मा महावीर प्रभु ने अपने प्रवचन में कहा है कि सामायिक, प्रतिक्रमण आदि के द्वारा संसार की समस्याओं का आध्यात्मिक समाधान किया जा सकता है. इस शिविर का लाभ संघवी श्री मिश्रीमल नथमलजी परिवार (नैनावा निवासी) फर्म - रत्नमणि मेटल्स, अहमदाबाद ने लिया. प्रवचन श्रेण की दसवीं शंखला में दिनांक २/९/१२ को 'परिवार को प्रेम का मन्दिर बनाएँ विषय पर की वाणी का उल्लेख करते हए पूज्य आचार्य भगवन्त ने कहा कि अनन्त उपकारी, अनन्त ज्ञानी परमात्मा महापोर प्रभु ने अपने प्रवचन में कहा है कि प्रेम, करुणा, दया, सहनशीलता के द्वारा परिवार को प्रेम का मन्दिर बनाया जा सकता है. इस शिविर का लाभ स्व.शेठ श्री जयंतिलाल केशवलाल शाह, धनारी, राजस्थान. हाल- साबरमती, अहमदाबाद. पत्नी- श्रीमती निर्मलाबेन, पुत्र- कल्पेशभाई, परेशभाई, भाविनभाई, पुत्रवधु. हेमालीडेन, शीतलबेन, भाविकाबेन, पुत्री-दामाद- पीनाबेन-संजयकुमार, प्रपौत्र- ऋषभ, केवल, प्रपौत्री- आंगी, अवधि, निर्मोही। फर्म - केशवलाल टी. शाह, अहमदाबाद ने लिया. रविवारीय सुमधुर प्रवचन शृंखला की समाप्ति दिनांक २ सितम्बर, १२ को हुई. सभी शिविरों में हजारों जैन जैनेतर श्रोताओं ने उपस्थित होकर सुमधुर प्रवचनों का लाभ लिया. For Private and Personal Use Only
SR No.525270
Book TitleShrutsagar Ank 2012 09 020
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMukeshbhai N Shah and Others
PublisherAcharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba
Publication Year2012
Total Pages36
LanguageGujarati
ClassificationMagazine, India_Shrutsagar, & India
File Size3 MB
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