SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 90
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पार्श्वनाथ विद्यापीठ समाचार : 83 सहयोग राशि समर्पित की है। पार्श्वनाथ विद्यापीठ की ओर से हार्दिक आभार। प्रो. मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी १७वें आचार्य हेमचन्द्र सूरी सम्मान से सम्मानित :दिनांक १७ मार्च, २०१३ को दिल्ली में इण्डिया इण्टरनेशनल, सेण्टर (एनेक्सी) में आयोजित भव्य समारोह के प्रो. मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी को १७वें आचार्य हेमचन्द्र सूरी सम्मान से सम्मानित किया गया। पार्श्वनाथ विद्यापीठ परिवार प्रो. तिवारी का इस उपलब्धि से गौरवान्वित है। प्रो. तिवारी को हार्दिक बधाईयां। नवदिवसीय प्राकृत भाषा पाठशाला (दिनांक फरवरी १६-२४, २०१३):प्राकृत एवं जैन विद्या के क्षेत्र में उच्चस्तरीय शोध एवं प्रकाशन के क्षेत्र में प्रख्यात, का०हि०वि०वि० द्वारा पी-एच०डी० हेतु मान्यता प्राप्त पार्श्वनाथ विद्यापीठ द्वारा कौस्तुभ जयन्ती के उपलक्ष्य में प्राकृत भाषा पर एक पाठशाला का आयोजन किया गया। पू. आचार्य श्री विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी महा. की दीक्षा शताब्दी के उपलक्ष्य में देवर्द्धि परिषद्, नागपुर के प्रेरक पू. मुनिराज श्री प्रशमरति विजय जी म.सा. के सौजन्य से इसका आयोजन किया गया। इस पाठशाला के निदेशक, गुजरात विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीनानाथ शर्मा एवं संयोजक पार्श्वनाथ विद्यापीठ के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार सिंह थे। डॉ. राहल कुमार सिंह सह-संयोजक थे। १६ फरवरी को राष्ट्रीय प्रोफेसर महेश्वरी प्रसाद ने इस पाठशाला का उद्घाटन किया। इस पाठशाला में कुल ६३ प्रतिभागियों ने भाग लिया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, तिब्बत इंस्टीच्यूट, सारनाथ, श्री स्याद्वाद महाविद्यालय, वाराणसी के छात्रों ने इसमें भाग लिया। इसमें संस्कृत विभाग, दर्शन एवं धर्म विभाग, प्राचीन इतिहास, कला एवं संस्कृति विभाग, पालि एवं बौद्ध दर्शन विभाग, हिन्दी विभाग तथा धर्म विज्ञान संकाय के पी.एचडी. उपाधि प्राप्त, शोध छात्र और स्नातकोत्तर के छात्रों ने भाग लिया। पृ. प्रशमरति विजय जी म. सा., डॉ. दीनानाथ शर्मा एवं डॉ. अशोक सिंह ने पाठशाला में अध्यापन का दायित्व निभाया। प्रतिभागियों के मूल्यांकन हेतु अन्तिम दिन उनकी मौखिक परीक्षा ली गयी। ****
SR No.525083
Book TitleSramana 2013 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudarshanlal Jain
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2013
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy