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________________ गुजराती अर्थ त्यारे तेणे कहयुकेटलाक गगनवल्लभ नगरमां, केटलाक विजयपुरमा अने केटलाक आ वैजयंतमां गया छ। हिन्दी अनुवाद__तब उसने कहा- कुछ लोग गगनवल्लभ में, विजयपुर में और कुछ लोग यहाँ वैजयंत में गये हैं। गाहा सत्तुंजयम्मि कोवि हु अरिंजए कोवि तह गओ लोओ। अन्नो नंदण-नयरे अवरो विमलम्मि नयरम्मि ।। २०३।। संस्कृत छाया शत्रुञ्जये कोऽपि खल्वरिञ्जये कोऽपि तथा गतो लोकः । अन्यो नन्दननगरेऽपरो विमले नगरे ।।२०३।। . गुजराती अर्थ केटलाक शत्रुञ्जय पर, तेम ज केटलाक अरिंजयमां, बीजा केटलाक नन्दननगरमां, वळी केटलाक विमलनगरमां गया। हिन्दी अनुवाद कुछ लोग शत्रुञ्जय पर तथा अरिंजय में, कुछ लोग नन्दननगर में तथा दूसरे कुछ लोग विमलनगर में गये हैं। गाहा रहनेउरम्मि कोवि हु आणंदपुरम्मि अरिजए कोवि । सगडामुहम्मि कोवि हु पुरीए तह वेजयंतीए ।। २०४।। संस्कृत छाया रथनूपुरे कोऽपि खल्वानन्दपुरेऽरिजये कोऽपि । शकटामुखे कोऽपि खलु पुर्या तथा वैजयन्त्याम् ।। २०४।। गुजराती अर्थ केटलाक रथनूपुरमा केटलाक आनंदपुरमां, वळी केटलाक अरिजयमा, वळी केटलाक शकटामुखमां, तथा वैजयन्ती पुटमां गया। 300
SR No.525062
Book TitleSramana 2007 10
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreeprakash Pandey, Vijay Kumar
PublisherParshvanath Vidhyashram Varanasi
Publication Year2007
Total Pages230
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Sramana, & India
File Size7 MB
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