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१. प्राकृत महाकाव्यों में ध्वनि-तत्त्व
२.
श्रमण जुलाई- दिसम्बर २००६ विषयसूची हिन्दी खण्ड
- डॉ. फूलचन्द जैन 'प्रेमी'
३.
जैन 'हिन्दू' ही हैं, लेकिन किस अर्थ में ? - विनायक दामोदर सावरकर
४. जैन साहित्य में शिक्षा का स्वरूप ५. जैन दर्शन का कारणता सिद्धान्त ६. जैन दर्शन में ईश्वर विचार
आचार्य हरिभद्रसूरि प्रणीत उपदेशपद : एक अध्ययन
७.
८.
९. जैन चिन्तन में मन की अवधारणा
१०.
जैन दर्शन व शैव सिद्धान्त दर्शन में प्रतिपादित मोक्षः एक तुलनात्मक अध्ययन ११. वर्णव्यवस्था - जैनधर्म तथा हिन्दू धर्म के सन्दर्भ में
अनेकान्तवाद एवं उसकी प्रासंगिकता अनेकान्तवाद- एक दृष्टि
१२. हिन्दू परम्परा में कर्म सिद्धान्त की अवधारणा १३. भारतीय विद्या में शब्दविषयक अवधारणा का
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१४. दुःख का कारण कमी नहीं कामना १५. जैन आगमों में शिल्प : एक दार्शनिक दृष्टि १६. तीर्थकरों की मूर्तियों पर उकेरित चिह्न १७. फतेहपुर सीकरी से प्राप्त श्रुतदेवी (जैन सरस्वती) की प्रतिमा
24.
- डॉ. श्रीरंजन सूरिदेव
25.
अजय कुमार गौतम -डॉ. श्रुति दुबे - डॉ. सुधा जैन - डॉ. मनोज कुमार तिवारी - डॉ. जयशंकर सिंह - डॉ. अजय कुमार
१८. कला की अनुपम कृति जबलपुर का श्री शीतलनाथ मंदिर
The Jaina Tantric Yantras
Jain Education International
- डॉ. शारदा सिंह
- डॉ. दीपंजय श्रीवास्तव
- डॉ. रजनीश शुक्ल
विकास
- डॉ. जयन्त उपाध्याय
१९. स्मृति प्रमाण (प्रमाणमीमांसा के संदर्भ में) एक समीक्षात्मक अध्ययन
- भूपेन्द्र शुक्ल
- कन्हैया लाल लोढा
- डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय - डॉ. उमाकान्त पी. शाह
डॉ. अशोक प्रियदर्शी
ENGLISH SECTION
21.
20. Dravya, Guna and Paryaya in Jaina Thought Environmental Aspect of Non-violence Philosophical Interpretations of Religion Buddhists Ethics and its Contemporary Relevance
22.
23.
Anekāntavāda: A Way Towards World Peace
-कृष्णमुरारी पाण्डेय
-Jayendra Soni
-Dr. B. N. Sinha
- Prof. S. P. Dubey
-Dr. R.K. Gupta
-- Dr. Baleshwar Prasad Yadav -Lalit Kumar
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