________________
१ २ १२३. १९०५
१८०
Jain Education International
१२४. १९०५
१९०५
१२६. १९१२
For Private & Personal Use Only
माघ सुदि ५ देवगुप्तसूरि गणधर की पादुका वीर जिनालय, वही, लेखांक १२६८ सोमवार
पर उत्कीर्ण लेख बीकानेर पार्श्वनाथ के
वही, लेखांक १२६६ गणधर की पादुका पर उत्कीर्ण लेख पंचकल्याणक पट्ट पर " वही, लेखांक १२६५
उत्कीर्ण लेख मार्गशीर्ष वदि ५ ,
सर्वतोभद्रयंत्र पर "
वही. उत्कीर्ण लेख
लेखांक १२४७ मार्गशीर्ष वदि ४ ॥
श्रेयांसनाथ की विमलनाथ वही, लेखांक १५६७ बुधवार
प्रतिमा पर जिनालय, उत्कीर्ण लेख (कोचरों में)
बीकानेर सुदि ५ (यति) आनन्दकलश
उपकेशगच्छ की वही, लेखांक २१४९ सोमवार के निधन का उल्लेख
बगीची, बीकानेर ज्येष्ठ वदि १० (यति) आनन्दसुन्दर
वही, लेखांक २१५१ सोमवार के शिष्य (यति) खूब
सुन्दर का उल्लेख
१२७. १९१२
१२८. १९१५
श्रमण, जुलाई-सितम्बर, १९९१
www.jainelibrary.org
१२९, १९१८