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विनयप्रभउपाध्याय [वि०सं० १४७९ / ई० सन् १४२३ की उत्तराध्ययनसूत्र की सुखवोधावृत्ति की प्रतिलिपि में उल्लिखित
सिद्धसूरि [वि०सं० १४७३ ] प्रतिमालेख
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कक्कसूरि [वि०सं० १५०२-१५०८] प्रतिमालेख
देवगुप्तसूरि [वि०सं० १५०३-१५०७]
सिद्धसूरि [वि०सं० १५२५-१५४०] कक्कसूरि [वि०सं० १५३७-१५४९]
धर्महंस
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धर्मरुचि [वि०सं० १५६१ / ई० सन् १५०५ में अजापुत्रचौपाई के रचनाकार ]
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श्रमण, जुलाई-सितम्बर, १९९१