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8.
अहिंसा और शांति, पृ. 72
9. अणुव्रत दर्शन, पृ. 9 10. अहिंसा और शान्ति, पृ. 75 11. अहिंसा और शान्ति, पृ. 47
12. अहिंसा और शान्ति, पृ. 72
13. 'कैसी हो इक्कीसवीं शताब्दी, पृ. 163 14. अणुव्रत दर्शन, पृ. 9
15. व्रताव्रत, 7.4 16. अहिंसा तत्त्व दर्शन,
17. निन्हवचौपाई 2.5
18. अहिंसा के अछूते पहलू, पृ. 71
19. अनुकम्पा 4.20, 21
20. अनुकम्पा । -5.11 21. जैन तत्त्व चिन्तन,
पृ. 8
22. गुरुता को नमन, पृ. 21
पृ. 38
23. ठाणं सूत्र, 1024. अहिंसा और शांति, 9.72
25. अहिंसा और शांति, पृ. 72 26. अहिंसा के अछूते पहलू, पृ. 96 27. अस्तित्व और अहिंसा, पृ. 29
28. जीव अजीव, पृ. 154 29. तेरापंथ शासन अनुशासन, पृ. 90
30. भिक्खु दृष्टान्त, 3-18
31. अनुकम्पा, 11.52
32. अनुकम्पा, 2.3 33. जैन तत्त्व चिन्तन, पृ. 67 34. आयारो, 4.1.2
35. गुरुता को नमन, पृ. 60
36. गुरुता को नमन, पृ. 39
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आचार्य तुलसी श्रुतसंवर्धनी व्याख्यानमाला के अन्तर्गत प्रोफेसर दयानंद भार्गव द्वारा प्रस्तुत शोधालेख 22 फरवरी, 2008 |
तुलसी प्रज्ञा अप्रेल-जून, 2008
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