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प्रकीर्णक
१. जिनागमों की मूल भाषा पर संगोष्ठी
२. अपभ्रंश भाषा में लिखा साहित्य
३. मंत्र विद्या और उसके प्रकार
४. अहिंसक संस्कृति का प्रसार करें
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-संयोजक गोष्ठी
- नीलम जैन
-मुनि विमलकुमार
- ऐलक रयणसागर
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