________________
भूल-सुधार कृपया खंड १९ अंक ४ पृ० ३३१ पर क्रमांक ९ की तिथि सुधार कर पढ़ें-संवत् १२७५ वैशाख सुदि ४ बुधवार, वर्धमानसूरि के पट्टधर देवसूरि।
-संपादक
३९६
तुलसी प्रज्ञा
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org