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खण्ड १५
मार्च, १९९०
अंक ४
अनुक्रमणिका
पृष्ठ १. साध्वी अशोकधी : कल्पसूत्र : एक पर्यवेक्षण २. साध्वी निर्वाणश्री : संस्कृत साहित्य का आधुनिक साहित्य के संदर्भ में मूल्यांकन ७ ३. आचार्य राजकुमार जैन : महर्षि चरक की अनेकान्त सम्बन्धी अवधारणा ४. कुमारी कमला जोशी : पुनर्जन्म-प्राचीन दार्शनिकों की दष्टि में ५. श्रीमती संगीता मेहता : जैन संस्कृत स्तोत्र साहित्य : उद्भव एवं विकास ६. अभय प्रकाश जैन : १०८ का माहात्म्य ७. प्रो० कल्याणमल लोढ़ा : कोहो पीइं पणासेइ 8. Dr. Nathmal Tatia: Doctrine of Karma in Buddhism
and Jainism
9. Muni Mahendra Kumar : Concept of Space and Time in
Western Philosophy 10. Jagat Ram Bhattacharyya: Some Problems of
Māgadhi Dialect
वार्षिक मूल्य : रु. ३५.००
इस अङ्क का मूल्य : रु० २०.००
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