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यात्राकाल के बोलते आँकड़े
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पत्राचार पाठ्यकम जैन विश्व भारती का परिचय देना । प्रेक्षा पत्रिका, तुलसी प्रज्ञा पत्रिका की जानकारी कराना । कैसट सैट की जानकारी कराना ।
अस्पृश्यता व रूढ़ियाँ तोड़ने हेतु वातावरण निर्माण करना । विश्व बन्धुत्व एवं विश्वशांति हेतु वातावरण बनाना । प्रेक्षा केन्द्रों की स्थापना कराना ।
सम्पर्क सूत्र बना - १५ हजार से २० हजार स्त्री-पुरुषों से ।
राजनीतिज्ञों, साहित्यकारों, उद्योगपतियों, कृषकों, मजदूरों, तथा विद्यार्थियों से ।
विशेष आयोजन स्थल - राजगढ़ दीक्षा समारोह
भिवानी अभिनन्दन समारोह
दिल्ली नागरिक अभिनन्दन सभा प्रेक्षाध्यान उद्घाटन समारोह
तुलसी प्रज्ञा