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________________ समाचार सुरेश जैन मारौरा को जीव रक्षा अवार्ड शिवपुरी। अहिंसा इन्टरनेशनल संस्था नई दिल्ली जो वर्ष 1973 से अलग-अलग विधाओं में पारंगत व्यक्तियों को अबार्ड प्रदान करती आ रही है, वर्ष 2002 का रघुवीर सिंह जैन जीव रक्षा अवार्ड एक भव्य समारोह में 20 अप्रैल 2003 को केन्द्रीय श्रम मंत्री माननीय श्री विजय जी गोयल, अहिंसा इन्टरनेशनल के अध्यक्ष श्री प्रेमचन्द जैन, महामंत्री श्री सतीश जैन, दादा डालचंद जैन पूर्व सांसद श्री निर्मल कुमार सेठी अध्यक्ष भा.व. दिग. जैन महासभा एवं प्रसिद्ध उद्योगपति तथा समाज सेवियों के द्वारा सुरेश जैन मारौरा शिवपुरी को प्रदान कर प्रशस्ति पत्र, शाल, श्रीफल एवं माला द्वारा चिन्माया ऑडीटोरियम, लोदी रोड दिल्ली में सम्मानित किया गया। संजीव बाझल, वर्धमान पैथोलॉजी, शिवपुरी प्रवेश प्रारम्भ श्री वर्णी दिगम्बर जैन गुरुकुल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं छात्रावास पिसनहारी की मढ़िया जबलपुर (म.प्र.) के नवीन सत्र 2003-2004 के लिए 1 मई से 15 जून तक प्रवेश प्रारम्भ हैं । प्रवेश हेतु आवेदित छात्रों के साक्षात्कार 15 जून से 20 जून तक आयोजित होंगे एवं उन्हें 20 जून से 30 जून तक विशेष मार्ग दर्शन दिया जायेगा। नवीन सत्र 1 जुलाई से प्रारम्भ होगा। आगामी सत्र को " आदर्श सत्र" घोषित किया गया है अतः गुरुकुल में समस्त व्यवस्थाओं को आदर्श रूप दिया जा रहा है। विद्यालय में कक्षा 9वीं से 12वीं तक म.प्र. शासन एवं मा.शि. मंडल, भोपाल द्वारा मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम का अध्यापन कराया जाता है। 11 वीं से 12 वीं तक कामर्स विषय संचालित है और नवीन सत्र में विज्ञान विषय ( गणित ) प्रारंभ करना प्रस्तावित है। I छात्रों हेतु छात्रावास, शुद्ध सात्त्विक स्वादिष्ट भोजन, खेलकूद, मनोरंजन, कम्प्यूटर विशेष कक्षायें धार्मिक शिक्षा एवं संस्कार इत्यादि उपलब्ध हैं प्रवेश चयन समिति द्वारा चयनित मेधावी, अनुशासित एवं विनम्र छात्रों को ही दिया जायेगा। छात्रों के लिए प्रार्थना, पूजन, भक्ति, धार्मिक कक्षा में उपस्थिति इत्यादि अनिवार्य है। लौकिक शिक्षा के अलावा, रीवा विश्वविद्यालय, वाराणसी विश्वविद्यालय एवं इन्दौर ज्ञानपीठ द्वारा मान्यता प्राप्त संस्कृत के पाठ्यक्रम भी संचालित हैं। विद्यालय तथा छात्रावास में प्रवेश हेतु 15 जून तक आवेदन कर सकते हैं। सी.एल. जैन, जबलपुर (म.प्र.) Jain Education International साहित्याचार्य जी की द्वितीय पुण्यतिथि सम्पन्न अ. क्षेत्र बिजौलिया, भीलवाड़ा (राज.) देवाधिदेव भगवान् पार्श्वनाथ जी की उपसर्ग स्थली व केवलज्ञान भूमि में प्रथम राष्ट्रपति सम्मान से पुरस्कारित स्वर्गीय विद्वत्रन डॉ. पं. पन्नालालजी साहित्याचार्य जी को द्वितीय पुण्यतिथि पं. जी के अत्यन्त निकटस्थ शिष्य त्रय बा. ब्र. पवनजी, कमलजी सिद्धान्त रत्न, न्यायरत्न तथा ब्र. सुरेन्द्रजी 'सरस' आदि ब्रह्मचारियों के मध्य सामूहिक गोष्ठी के रूप में मनायी गयी। ब्र. समाधिसागरदास बाल नृत्यांगना कु. वीणा अजमेरा का नाम वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज भारत सरकार के नेशनल चाइल्ड अवार्ड से विभूषित कु. वीणा अजमेरा (जैन) ने नृत्य के क्षेत्र में भारत की सीमाओं को पार कर लिम्का बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लिम्का बुक में पहली बार किसी बाल नृत्यांगना का नाम वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होने से कला प्रेमियों को भारी हर्ष है। संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत यूनेस्को फेडरेशन अवार्ड एवं हार्टकेयर फाउण्डेशन आफ इण्डिया अवार्ड प्राप्त कु. वीणा देश-विदेश में अपने प्रसिद्ध मंगलकलश नृत्य से अंहिंसा, शाकाहार, पर्यावरण सुरक्षा एवं विश्वबंधुत्व के संदेश प्रसारण का भी महत्वपूर्ण कार्य सम्पादित कर रही है। कु. वीणा का 63 कलश लेकर नृत्य, 63 के अंक समान समन्वय व एकजुट होकर रहने व आगे बढ़ने की भी प्रेरणा देता है। नृत्य प्रदर्शन में प्राप्त सम्मान निधि रु. एक लाख की राशि कु. वीणा के पितामह ने अकालग्रस्त गाँवों में पानी के टैंकर्स हेतु भेंट करदी। निहाल अजमेरा मांसाहार से नपुंसकता : पेटा मुम्बई ( भाषा) मांसाहार नपुंसकता की भी वजह बन सकता है, हालिया जारी रिपोर्ट का यही कहना है। रिपोर्ट में बताया गया है कि मांसाहारी व्यक्ति में नपुंसकता के लक्षण मौजूद हो सकते हैं । पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटगेन्ट ऑफ एनीमल्स (पेटा) द्वारा कराए गए शोध के मुताबिक मांसाहार में मौजूद कोलेस्ट्राल धमनी में तो रुकावट पैदा करते ही हैं, साथ ही ये नपुंसकता भी पैदा कर सकते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि मांस आधारित खुराक से मोटापा, मधुमेह, दिल की बीमारी और कैंसर हो सकता है। ये सभी मनुष्य की कार्यक्षमता को सीधे प्रभावित करते हैं। यहाँ मई 2003 जिनभाषित For Private & Personal Use Only 31 www.jainelibrary.org.
SR No.524273
Book TitleJinabhashita 2003 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanchand Jain
PublisherSarvoday Jain Vidyapith Agra
Publication Year2003
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Jinabhashita, & India
File Size6 MB
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